मस्तूरी। जनपद क्षेत्र के ग्राम पंचायत पचपेड़ी के स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल के प्रयोगशाला सहायक शिक्षक एम डी शहजाद ने अपने ही स्कूल के छात्र से छेड़खानी की है, जिसकी शिकायत मिलने पर शिक्षा विभाग में हड़कंभ मच गया है, एक हफ्ता गुजर जाने के बाद भी शिक्षा विभाग द्वारा कोई कड़ी कार्यवाही दोषी शिक्षक के ऊपर नहीं किया गया है, जिससे यह स्पष्ट नजर आ रहा है कि कहीं ना कहीं शिक्षा विभाग दोषी शिक्षक को बचाने की कोशिश कर रहे हैं, छात्रा से हुए इस घटना के बाद भी शिक्षा विभाग अपने हरकत में नहीं आए हैं, बल्कि उल्टे अपने विभाग के शिक्षक को बचाने की कोशिश कर रहे हैं, जिससे ग्राम वासी के साथ-साथ छात्र के परिजनों में भारी रोष देखने को मिल रही है।

पचपेड़ी आत्मानंद स्कूल के प्राचार्य संतोष कोशले मामले को दबाने में लगे हुए..
पचपेड़ी आत्मानंद स्कूल में यह छेड़खानी की घटना पिछले हफ्ते के शनिवार को हुआ था इसके जानकारी के बावजूद स्कूल के प्राचार्य संतोष कोशले इस मामले को दबाने के लिए अपनी पुरजोर कोशिश में लगे हुए हैं ,राजनीतिक पहुंच के साथ-साथ शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों से भी अपनी पहुंच पावर का उपयोग करते हुए छात्रा से हुई छेड़छाड़ की इस घटना को दबाने की कोशिश कर रहे हैं, और शाला परिसर में हुई घटनाओं के साक्ष को मिटाने की कोशिश में जुटे हुए हैं, इसकी ताजा उदाहरण यह है कि वर्तमान में पदस्त स्वामी आत्मानंद स्कूल के प्राचार्य संतोष कोशले द्वारा विद्यालय में लगे हुए सीसीटीवी फुटेज को मिटाया गया है,
साथ ही परिजनों के द्वारा जब उच्च अधिकारियों को लिखित में शिकायत किए उसके बाद अपने आप को पाक साबित करते हुए घटना दिनांक से 3 दिन बाद शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों को इस घटना की जानकारी दी गई है, इतने संवेदनशील होने के बावजूद शिक्षा विभाग भी 5 दिन बाद राजनीतिक दबाव के चलते, नाबालिक छात्रा से हुई छेड़खानी के मामले को लेकर शुक्रवार को मामले की जांच करने पहुंचे, जहां पर उन्होने दोषी शिक्षक और मामले को दबाने वाले प्राचार्य के गलतियों का संपूर्ण जानकारी जांच दल को मिला।

परिजनों को घटना की जानकारी न देकर कर चार दिनों तक स्कूल के प्राचार्य संतोष कोशले ने रखा गुमराह..
नाबालिक छात्रा के साथ स्कूल में बीते शनिवार की यह घटना घटित हुई थी, लेकिन स्कूल के प्राचार्य अपने कुर्सी को बचाने और स्कूल की फदिहत ना हो इसलिए अपनी राजनीतिक और सामाजिक पहुंच दिखाते हुए मामले को तीन दिनों तक दबा के रखा था, इसकी जानकारी होते ही नाबालिग छात्र के परिजनों ने शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों से शिकायत किए तब जाकर शिक्षा विभाग के कुछ अधिकारियों ने इसको संज्ञान में लेकर तत्काल कार्यवाही के आदेश मस्तूरी विकासखंड शिक्षा अधिकारी को आदेशित किया, जिसमें टीम बनाकर मस्तूरी शिक्षा विभाग के अधिकारी जांच के लिए स्वामी आत्मानंद स्कूल पचपेड़ी पहुंचे जहां नाबालिक छात्रा से हुई घटना की सत्यता सामने आई।

पीड़िता के परिजनों का आरोप है कि आरोपी शिक्षक को स्कूल के प्राचार्य ने मौके से भगाया,
सूत्रों की अनुसार ..छात्रा से हुई छेड़छाड़ की घटना को लेकर मस्तूरी विकासखंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय से टीम जांच के लिए आई थी, आरोपी शिक्षक से सवाल जवाब के साथ-साथ ऑफिशियल कार्यवाही कर ही रहे थे, की पीड़िता के परिजन दर्जनों की संख्या में आरोपी शिक्षक की शिकायत में कड़ी कार्यवाही की मांग को लेकर शाला परिसर में पहुंचे ,जहां आरोपी शिक्षक को संरक्षण देते हुए स्कूल के प्राचार्य ने आरोपी शिक्षक को मौके से फरार कर दिया इसकी जानकारी परिजनों को होते ही माहौल गर्मा गर्मी में बदल गया, मौके पर उपस्थित जन प्रतिनिधियों ने माहौल को शांत कराया।
इतने संवेदनशील मामले की शिकायत अभी तक थाने में दर्ज नहीं हुई है , शिक्षा विभाग पर उठ रही है उंगली…
नाबालिक छात्रा से हुई छेड़छाड़ की मामले को लेकर अभी तक स्कूल स्टाफ इस मामले की शिकायत दोषी शिक्षक के खिलाफ थाने में रिपोर्ट दर्ज नहीं कराए हैं, पुंछने पर उच्च अधिकारियों की जिम्मेदारी ठहराते हुए अपनी जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ रहे हैं,जिसको लेकर अब अन्य छात्राओं के पालकों में रोष दिखाई दे रहे हैं।

मामले की जानकारी लेने गए पत्रकारों से प्राचार्य ने की दुर्व्यवहार..
छात्रा से छेड़छाड़ करने की मामला जैसे ही तूल पकड़ा और आम जनों के माध्यम से पत्रकारों को जानकारी मिली तो मौके में जानकारी लेने पहुंचे क्षेत्रीय पत्रकारों से स्कूल के प्राचार्य संतोष कोशले दुर्व्यवहार करते हुए, शाला परिसर में परमिशन लेकर आने एवं बिना पुछे फोटो वीडियो बनाने को लेकर पत्रकारों से उलझने लगे, एवं राजनीतिक पार्टी के लोगों से अपनी ऊंची पहुंच बता कर रौब दिखने लगे।

कुछ माह पूर्व पचपेड़ी के स्वामी आत्मानंद स्कूल की प्राचार्य के द्वारा एक छात्रा को मारपीट करने के मामले में उन्हें हटाकर संतोष कोशले को प्रभारी प्राचार्य बनाया गया है, और संतोष कोशले अपनी इस कुर्सी को बचाने की फिराक में वह अपनी राजनीतिक एवं सामाजिक के साथ-साथ शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों की पहुंच दिखाते हुए पूरे मामले को दबाने की फिराक में लगे हुए हैं, जिससे पीड़ित परिवार के लोग अब आक्रोशित नजर आ रहे हैं, अब देखना यह होगा कि शिक्षा विभाग में बैठे जवाबदार अधिकारी इस मामले को संज्ञान में लेते हुए दोषी शिक्षक और इस लापरवाह प्राचार्य के खिलाफ कुछ उचित कार्यवाही करते हैं कि नहीं।
स्वामी आत्मानंद स्कूल के प्रभारी प्राचार्या संतोष कोसले का इस मामले में कहना है कि वह स्कूल में हुई छेड़खानी की शिकायत की जानकारी अपने उच्च अधिकारियों को दी है मामले में क्या कार्रवाई करते हैं यह उच्च अधिकारियों के विषय है इस बारे में आगे कुछ जानकारी नहीं देने की बात उन्होंने की है
वही इस मामले में मस्तूरी विकासखंड शिक्षा अधिकारी ईश्वर सोनवानी का कहना है कि मामले की शिकायत पर स्वामी आत्मानंद स्कूल पचपेड़ी में जांच टीम बनाकर पहुंचे हुए थे, जहां पर छात्र के साथ हुए छेड़खानी की शिकायत सही पाया गया, और मौके पर दोषी शिक्षक के ऊपर कार्यवाही करते हुए जिला शिक्षा अधिकारी को इसकी जानकारी दी गई है।
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